Lalu Yadav Dr Ambedkar Controversy: लालू यादव के 78वें जन्मदिन पर बाबा साहब अंबेडकर की तस्वीर पैरों के पास रखने पर विवाद और बढ़ता जा रहा है. विपक्षी दलों ने इसे डॉ. अंबेडकर का अपमान बताया है और आगामी चुनाव में …और पढ़ें

हाइलाइट्स
- लालू प्रसाद यादव पर बाबा साहब अंबेडकर की तस्वीर का अपमान का आरोप.
- डॉ. अंबेडकर के अपमान पर विपक्षी दलों ने लालू यादव पर तीखा हमला बोला.
- मांझी बोले-मुद्दा बनाएंगे, RJD ने इसे साजिश बताकर आरोपों को खारिज किया.
पटना. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के 78वें जन्मदिन पर एक वायरल वीडियो ने बिहार की सियासत को गरमा दिया है. वीडियो में एक समर्थक द्वारा बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की तस्वीर लालू के पैरों के पास रखकर फोटो खिंचवाने की घटना को विपक्षी दलों ने अंबेडकर का अपमान करार दिया है. केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी, गिरिराज सिंह और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने इस मुद्दे पर लालू पर तीखा हमला बोला है, जबकि RJD ने इसे साजिश बताकर खारिज किया है,
जीतन राम मांझी ने कहा, लालू यादव ने बाबा साहब को पैर दिखाकर दलित समाज का अपमान किया है. यह दिखाता है कि जिनको दलित समाज भगवान मानता है यह उनके (लालू यादव) लिए बाबा साहब कुछ नहीं हैं. लालू यादव आदतन ऐसे ही हैं और बार-बार बाबा साहब का अपमान करते हैं. मांझी ने कहा, अगर लालू या उनके पुत्र को सत्ता मिली तो वे AK-47 से शासन करेंगे. मांझी ने 2025 विधानसभा चुनाव में बाबा साहब के अपमान के इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाने की बात कही.
दलित समाज से माफी मांगे लालू यादव-गिरिराज सिंह
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बाबा साहब अंबेडकर की तस्वीर को जन्मदिन पर पैरों के नीचे रखने पर कहा, पूरा देश आंबेडकर जी को सिर पर रखता है. लालू यादव ने दलितों का अपमान किया और उन्हें देश और दलित समाज से माफी मांगनी चाहिए.BJP ने वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर कर लालू को दलित विरोधी ठहराया. भाजपा मीडिया इंचार्ज दानिश इकबाल ने कहा कि लालू को तीन बार माफी मांगनी चाहिए. अन्य नेताओं ने भी RJD पर संविधान और दलित समाज के प्रति असंवेदनशीलता का आरोप लगाया.
दलितों-पिछड़ों का अपमान उनकी मानसिकता-सम्राट
दलित वोटरों को भटकाने की BJP की चाल-राजद
हालांकि RJD ने इन आरोपों को NDA की साजिश करार दिया. पार्टी प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा, यह वीडियो जानबूझकर गलत संदर्भ में फैलाया जा रहा है. लालू जी ने हमेशा बाबा साहब के सिद्धांतों का सम्मान किया. यह दलित वोटरों को भटकाने की BJP की चाल है. RJD ने दावा किया कि लालू ने सामाजिक न्याय के लिए जीवनभर संघर्ष किया और यह विवाद उनकी छवि खराब करने का प्रयास है.
दलित वोटरों को प्रभावित कर सकता है मुद्दा
बता दें कि डॉ बाबा साहब अंबेडकर के अपमान से जुड़ा यह विवाद बिहार विधानसभा चुनाव से पहले दलित वोटरों को प्रभावित कर सकता है, जो करीब 16% हैं. मांझी की हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा और BJP इस मुद्दे को भुनाने की कोशिश में हैं, जबकि RJD इसे सामाजिक न्याय के अपने एजेंडे से काटने की रणनीति बना रही है. इस घटना ने बिहार की सियासत में नया तूफान खड़ा कर दिया है.