MP में ‘आधी रात’ CM का एक्शन! 10 IPS हटाए, मचा हड़कंप!
दतिया एयरपोर्ट विवाद और कटनी केस में CM मोहन यादव ने ताबड़तोड़ 10 IPS अफसरों पर गाज गिराई, कई बड़े नाम शामिल।
मध्य प्रदेश की प्रशासनिक व्यवस्था में एक बार फिर बड़ा भूचाल आ गया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पुलिस प्रशासन में बड़ा फेरबदल करते हुए 10 आईपीएस अधिकारियों के तबादले के आदेश जारी कर दिए हैं। इस कार्रवाई की जद में दतिया के एसपी, चंबल रेंज के डीआईजी और आईजी जैसे प्रमुख अधिकारी आए हैं। कटनी के एसपी को भी विवादों के बाद हटाया गया है। मुख्यमंत्री ने स्वयं इस कार्रवाई को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की है, जिससे साफ है कि उनकी सरकार सुशासन और जवाबदेही के मामले में कोई समझौता नहीं करेगी।
मुख्य हाइलाइट्स:
- मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कुल 10 आईपीएस अधिकारियों का तबादला किया।
- दतिया एसपी वीरेंद्र मिश्रा, चंबल रेंज के डीआईजी कुमार सौरभ और आईजी सुशांत सक्सेना को हटाया गया।
- कटनी एसपी अभिजीत रंजन भी विवादों के चलते पद से हटाए गए।
- सीएम ने कहा, ‘ऐसा व्यवहार किया गया जो लोकसेवा में खेदजनक है।’
- दतिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में सुरक्षा चूक और अधिकारियों की बहस बनी वजह।
- कटनी में सीएसपी ख्याति मिश्रा के पति के विवाद में एसपी का नाम आना भी कार्रवाई का कारण।
- सूरज वर्मा को दतिया का नया एसपी, अभिनव विश्वकर्मा को कटनी का एसपी बनाया गया।
- सचिन कुमार अतुलकर को चंबल रेंज का नया आईजी नियुक्त किया गया है।
सीएम की सख्ती: क्यों हुई कार्रवाई?
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पुलिस अफसरों पर यह सख्त एक्शन दो प्रमुख घटनाओं के बाद लिया है। पहली घटना दतिया में हुई, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वर्चुअल लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर दतिया एसपी वीरेंद्र मिश्रा और आईजी सुशांत सक्सेना के बीच सार्वजनिक तौर पर तीखी नोकझोंक हुई। इस बहस ने कार्यक्रम स्थल पर मौजूद केंद्रीय मंत्री और अन्य नेताओं के सामने असहज स्थिति पैदा कर दी। दूसरी घटना कटनी में हुई, जहां सीएसपी ख्याति मिश्रा और उनके पति, तहसीलदार शैलेंद्र बिहारी शर्मा के बीच विवाद में एसपी अभिजीत रंजन का नाम सामने आया था। मुख्यमंत्री ने इन घटनाओं को लोकसेवा में अस्वीकार्य व्यवहार बताया है।
गृह विभाग द्वारा देर रात जारी किए गए तबादला आदेशों में कुल 10 आईपीएस अधिकारी प्रभावित हुए हैं। यह दिखाता है कि मुख्यमंत्री किसी भी स्तर पर लापरवाही या unprofessionalism को बर्दाश्त नहीं करने वाले हैं। सरकार का यह कदम कानून व्यवस्था को मजबूत करने और प्रशासनिक पारदर्शिता लाने की दिशा में एक बड़ा संकेत है।
दतिया विवाद: पीएम के कार्यक्रम में चूक?
दतिया एयरपोर्ट के लोकार्पण का कार्यक्रम बेहद महत्वपूर्ण था क्योंकि इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअली जुड़े थे। कार्यक्रम स्थल पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू और पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा सहित कई बड़े नेता मौजूद थे। सूत्रों के अनुसार, एयरपोर्ट पर अनाधिकृत लोग बड़ी संख्या में पहुंच गए थे, जिससे सुरक्षा व्यवस्था में चूक का अंदेशा था। इसी बात को लेकर आईजी चंबल रेंज सुशांत सक्सेना ने दतिया एसपी वीरेंद्र मिश्रा से नाराजगी जताई। यह नाराजगी इतनी बढ़ गई कि दोनों अधिकारियों के बीच सभी के सामने ही तीखी बहस हो गई। डीआईजी कुमार सौरभ ने बीच-बचाव की कोशिश की, लेकिन तब तक यह पूरा मामला मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव तक पहुंच चुका था, जो इससे बेहद नाराज हुए।
इस घटना को एक बड़ी चूक के रूप में देखा गया, क्योंकि यह प्रधानमंत्री से जुड़े एक कार्यक्रम की सुरक्षा व्यवस्था से संबंधित थी। इस घटना ने मध्य प्रदेश पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए थे, जिसके बाद मुख्यमंत्री का यह त्वरित एक्शन जरूरी हो गया था।
कटनी मामला: एसपी पर गंभीर आरोप
कटनी में सीएसपी ख्याति मिश्रा और उनके पति, तहसीलदार शैलेंद्र बिहारी शर्मा के बीच का विवाद भी इस प्रशासनिक फेरबदल की एक बड़ी वजह बना। तहसीलदार शैलेंद्र बिहारी शर्मा ने मीडिया के सामने आरोप लगाए थे कि कटनी एसपी अभिजीत रंजन उनके परिवार को तोड़ना चाहते हैं। शर्मा ने यह भी आरोप लगाया कि जब वह अपनी डीएसपी पत्नी ख्याति मिश्रा को कटनी से ले जाने के लिए आए तो पुलिस बल ने उनके और उनके स्वजन के साथ मारपीट की। यह आरोप तब और गंभीर हो गए जब उनके चाचा का जबलपुर से कटनी आते समय एक्सीडेंट हो गया और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
इस घटना को लेकर दिन भर हंगामा मचा रहा और यह मामला राजनीतिक गलियारों में भी पहुंच गया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने स्वयं इस मामले का संज्ञान लिया और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से बात की। उन्होंने अपने एक्स (पहले ट्विटर) पर पोस्ट में कहा कि ‘कटनी पुलिस अधीक्षक द्वारा लोकसेवा आदर्श आचरण का उल्लंघन घोर निंदनीय है।’ इस तरह के गंभीर आरोपों के बाद, एसपी अभिजीत रंजन पर कार्रवाई होना लगभग तय था।
कौन कहां गया: नए चेहरों को जिम्मेदारी
इन विवादों के बाद, गृह विभाग ने तत्काल प्रभाव से कई आईपीएस अधिकारियों को उनके पदों से हटाकर नए अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है।
- दतिया एसपी का पद अब सूरज वर्मा संभालेंगे।
- कटनी एसपी के रूप में अभिनव विश्वकर्मा को नियुक्त किया गया है।
- सबसे महत्वपूर्ण बदलाव चंबल रेंज में हुआ है, जहां सचिन कुमार अतुलकर को आईजी का पद सौंपा गया है। सचिन अतुलकर पहले जबलपुर आईजी का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे थे।
- सुनील कुमार जैन को डीआईजी के पद पर नियुक्त किया गया है।
- सागर आईजी प्रमोद वर्मा को अब जबलपुर आईजी का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
यह बदलाव पुलिस प्रशासन में नई ऊर्जा लाने और कानून व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाने की उम्मीद है। नए अधिकारियों को तुरंत अपनी जिम्मेदारियां संभालने के निर्देश दिए गए हैं ताकि शांति व्यवस्था और जनता की सुरक्षा में कोई कमी न आए।
लोकसेवा में ऐसा व्यवहार खेदजनक: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस पूरे घटनाक्रम पर अपनी सख्त प्रतिक्रिया देते हुए एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, ‘कटनी के पुलिस अधीक्षक और दतिया के पुलिस अधीक्षक तथा आईजी, डीआईजी चंबल रेंज द्वारा ऐसा व्यवहार किया गया जो लोकसेवा में खेदजनक है। इस कारण इन्हें तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिए हैं।’ यह टिप्पणी मुख्यमंत्री के इस संदेश को स्पष्ट करती है कि उनकी सरकार में जवाबदेही सर्वोपरि है और पुलिस अफसरों को अपने आचरण में पूरी गरिमा और professionalism बनाए रखना होगा।
मुख्यमंत्री का यह कदम न केवल इन मामलों में सीधे शामिल अधिकारियों के लिए एक कड़ा संदेश है, बल्कि यह मध्य प्रदेश पुलिस के पूरे cadre के लिए एक चेतावनी भी है कि किसी भी तरह की लापरवाही या unprofessionalism को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रशासनिक फेरबदल का यह दौर आने वाले समय में राज्य की कानून व्यवस्था पर गहरा प्रभाव डालेगा।
FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
मध्य प्रदेश में कितने आईपीएस अधिकारियों का तबादला हुआ?
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के आदेश पर कुल 10 आईपीएस अधिकारियों का तबादला किया गया है।
दतिया के एसपी और आईजी को क्यों हटाया गया?
दतिया एयरपोर्ट के लोकार्पण कार्यक्रम में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एसपी वीरेंद्र मिश्रा और आईजी सुशांत सक्सेना के बीच सार्वजनिक तौर पर हुई तीखी बहस के कारण उन्हें हटाया गया है।
कटनी के एसपी पर क्या आरोप थे?
कटनी एसपी अभिजीत रंजन पर सीएसपी ख्याति मिश्रा और उनके तहसीलदार पति के बीच विवाद में हस्तक्षेप करने और कथित तौर पर मारपीट कराने के आरोप लगे थे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने भी इस पर नाराजगी व्यक्त की थी।
‘लोकसेवा में खेदजनक व्यवहार’ से मुख्यमंत्री का क्या तात्पर्य है?
मुख्यमंत्री का यह बयान अधिकारियों द्वारा अपने पद की गरिमा के विपरीत किए गए व्यवहार को दर्शाता है, जिसे वे सार्वजनिक सेवा के लिए अनुपयुक्त मानते हैं।
सचिन कुमार अतुलकर को कौन सा पद मिला है?
सचिन कुमार अतुलकर को चंबल रेंज का नया आईजी (इंस्पेक्टर जनरल) नियुक्त किया गया है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का यह त्वरित और सख्त एक्शन दिखाता है कि उनकी सरकार सुशासन और जवाबदेही के प्रति कितनी गंभीर है। यह मध्य प्रदेश पुलिस के लिए एक स्पष्ट संदेश है कि अधिकारी अपने कर्तव्यों का पालन पूरी ईमानदारी और professionalism के साथ करें।
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