पाकिस्तानी जासूस शकूर खान ने पूर्व मंत्री के लिए पाकिस्तान से लाया था ‘तोहफा’, पूछताछ जारी
अंतिम अपडेट: जून 04, 2025, 13:19 IST
जयपुर। पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में जैसलमेर से गिरफ्तार किए गए पूर्व कैबिनेट मंत्री सालेह मोहम्मद के निजी सचिव शकूर खान से पूछताछ जारी है। सूत्रों के मुताबिक, गिरफ्तार शकूर खान पूछताछ में कतई सहयोग नहीं कर रहा है। वह किसी भी सवाल का ठीक जवाब नहीं दे रहा है और हर बात में यह कह रहा है कि उसे कोई जानकारी नहीं है। वह बार-बार बीमारी का भी बहाना बना रहा है, कभी ब्लड प्रेशर बढ़ने और कभी नींद आने की बातें करता है। चौंकाने वाली बात यह है कि वह पाकिस्तान से सालेह मोहम्मद के लिए तोहफा भी लाया था।
पूर्व मंत्री सालेह मोहम्मद की भूमिका पर सवाल
सूत्रों के मुताबिक, शकूर खान की मदद से जैसलमेर के कुछ अन्य लोग भी पाकिस्तान गए थे। जांच एजेंसियां अब उन लोगों के नाम और उनके पाकिस्तान जाने के मकसद को पता लगाने का प्रयास कर रही हैं। जरूरत पड़ने पर उनसे भी पूछताछ की जा सकती है। शकूर खान ने यह भी बताया है कि उसके पाकिस्तान जाने के बारे में कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री सालेह मोहम्मद को जानकारी रहती थी। यह भी जानकारी सामने आई है कि पूर्व मंत्री के ऑफिस से एक बार पाकिस्तान जाने के लिए उसे आर्थिक मदद भी दी गई थी।
पाकिस्तानी अधिकारी दानिश से दोस्ती कबूली
जांच एजेंसियों ने जब उसके मोबाइल फोन से रिकवर हुए डाटा के आधार पर चैट और बातचीत का रिकॉर्ड पेश किया तो उसने सिर झुका लिया। शकूर ने भारत में पहले पाक दूतावास में पदस्थापित रहे पाकिस्तानी अधिकारी दानिश से दोस्ती की बात कबूली है। दानिश को पिछले दिनों ही भारत ने अवांछनीय तत्व बताकर उसे उसके देश वापस भेज दिया था। सूत्रों के मुताबिक, पहले दिन की पूछताछ में जांच एजेंसियों को बेहद अहम और चौंकाने वाली जानकारियां मिली हैं।
जांच और आगे की प्रक्रिया
पाकिस्तान जाने के लिए विभागीय मंजूरी नहीं लेने के सवाल पर वह गोल-मोल जवाब दे रहा है। शकूर खान से पहले दिन 22 सवालों को लेकर पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान उसने तबीयत ठीक नहीं होने और पसंद का खाना दिए जाने की फरमाइश की। शकूर खान जैसलमेर के मांगलियों की ढाणी का रहने वाला है। उसे 28 मई को जैसलमेर से पकड़ा गया था। पूछताछ में उसकी ओर से पाकिस्तान के लिए जासूसी किए जाने की पुष्टि होने के बाद 3 जून को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया था। कोर्ट ने उसे आगे की पूछताछ के लिए सुरक्षा एजेंसियों को सात दिन के रिमांड पर सौंप रखा है।