Operation Sindoor Pakistan Attack: इंडियन आर्मी और एयर फोर्स ने ज्वाइंट ऑपरेशन चलाकर आधी रात को पाकिस्तान की सीमा में कुल नौ ठिकानों पर एयर-स्ट्राइक की. पीएम मोदी ने आज दो तस्वीरों से शांति का संदेश दिया.

हाइलाइट्स
- भारत ने ऑपरेशन सिंदूर से पहलगाम आतंकी हमले का बदला लिया.
- आज राष्ट्रपति से मुलाकात और कैबिनेट बैठक से PM ने खास संदेश दिया.
- दोनों बैठकों में महात्मा गांधी की तस्वीर को प्रमुखता से दिखाया गया.
नई दिल्ली: पहलगाम आतंकी हमले का बदला ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के रूप में लेने के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो तस्वीरों के जरिए पूरी दुनिया को एक खास संदेश दिया है। उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया कि भारत शांति का हिमायती है, लेकिन अपनी रक्षा के लिए किसी भी हद तक जाने से नहीं हिचकिचाएगा।
मंगलवार देर रात पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को तबाह करने के बाद, पीएम मोदी ने बुधवार को कैबिनेट की बैठक बुलाई। इस बैठक में, बैकग्राउंड में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर प्रमुखता से दिखाई दी। इसी तरह, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात के दौरान भी गांधी जी की तस्वीर आगे टेबल पर रखी गई थी। इन दोनों तस्वीरों के जरिए, पीएम मोदी ने शांति का संदेश दिया और यह स्पष्ट किया कि भारत गांधी जी के विचारों का पालन करता है, लेकिन अगर कोई उसे छेड़ेगा, तो वह चुप नहीं बैठेगा।
भारत की नीति हमेशा से ‘पहले वार न करने’ की रही है। पीएम मोदी ने भी कई बार शांति का संदेश दिया है, यहां तक कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बुलावे पर सभी प्रोटोकॉल तोड़कर लाहौर भी गए थे। हर बड़े हमले के बाद, भारत ने पाकिस्तान को सबूत भी सौंपे, लेकिन पाकिस्तानी सेना ने हमेशा इन सबूतों को नकार दिया। इसी वजह से पाकिस्तान भारत को कमजोर समझने लगा था। उन्हें लगा कि भारत पर चाहे जितने हमले कर लो, वह जवाब नहीं देगा। लेकिन, सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक और अब ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए, पीएम मोदी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भारत अपनी आत्मरक्षा और नागरिकों की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।
शांति की स्थापना के लिए एयर स्ट्राइक:
भारत का मकसद साफ है। जिस तरह भगवान श्री राम ने शांति की स्थापना के लिए रावण से युद्ध किया था, उसी तरह पाकिस्तान द्वारा जम्मू-कश्मीर में फैलाए जा रहे आतंकवाद पर करारा प्रहार करने के लिए भारतीय सेना ने यह हमला किया है। इस बड़े हमले के बाद, पीएम मोदी की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात और कैबिनेट की बैठक में गांधी जी की तस्वीर को प्रमुखता से दिखाया गया। पीएम मोदी का संदेश एकदम साफ है। भारत शांति चाहता है। इस हमले के बाद भी, वह नहीं चाहता कि अब आगे इसे लेकर किसी प्रकार की आक्रामकता दिखाई जाए।