राहुल गांधी मध्यप्रदेश में: संगठन सृजन अभियान से कांग्रेस में बड़े बदलाव की तैयारी
मुख्य बातें:
- राहुल गांधी सबसे पहले पहुंचे प्रदेश कांग्रेस कार्यालय
- सुरक्षा और यातायात को लेकर किए गए व्यापक इंतज़ाम
- एयरपोर्ट से लेकर रवींद्र भवन तक रूट प्रभावित
23 साल से मध्यप्रदेश की सत्ता से बाहर कांग्रेस को फिर से खड़ा करने की जिम्मेदारी अब राहुल गांधी ने अपने हाथों में ले ली है। इसके तहत कांग्रेस ने वर्ष 2025 को संगठन वर्ष घोषित करते हुए एक नया अभियान शुरू किया है, जिसकी शुरुआत मंगलवार को भोपाल से की गई। राहुल गांधी सुबह दिल्ली से रवाना होकर भोपाल पहुंचे और सबसे पहले प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचे।
राहुल गांधी ने कार्यालय में बैठक कर यह स्पष्ट किया कि संगठन को सभी को साथ लेकर चलाना है और नियुक्तियों में पारदर्शिता अनिवार्य होगी। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि अगर किसी भी स्तर पर गड़बड़ी पाई गई तो तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
कार के सामने कार्यकर्ताओं की भीड़
जब राहुल गांधी एयरपोर्ट से कांग्रेस दफ्तर की ओर रवाना हुए, तब उनके स्वागत में कार्यकर्ता इतने उत्साहित थे कि उनकी कार के सामने आ गए, जिससे काफिला कुछ देर के लिए रुक गया। इस दौरान हल्की धक्का-मुक्की हुई और कुछ कार्यकर्ता सड़क पर गिर भी गए।
#WATCH | Lok Sabha LoP and Congress MP Rahul Gandhi arrives in Bhopal, Madhya Pradesh. pic.twitter.com/rfVZ85YLri — ANI (@ANI) June 3, 2025
विभीषणों की पहचान और नेतृत्व परिवर्तन
राहुल गांधी ने पहले भी कहा है कि पार्टी में विभीषणों की पहचान ज़रूरी है। इसी क्रम में कांग्रेस ने मध्यप्रदेश में नई पीढ़ी के नेताओं को आगे लाने की शुरुआत कर दी है। जीतू पटवारी को प्रदेश अध्यक्ष, उमंग सिंघार को नेता प्रतिपक्ष और हेमंत कटारे को उपनेता बनाकर एक नया नेतृत्व तैयार किया जा रहा है।
इसके साथ ही कांग्रेस अब पूरे प्रदेश में अभियान चलाकर लोगों को बताएगी कि जाति आधारित जनगणना का मुद्दा राहुल गांधी द्वारा उठाए जाने के बाद केंद्र सरकार को इस दिशा में कदम उठाना पड़ा।
भोपाल में राहुल गांधी का कार्यक्रम
राहुल गांधी ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचकर राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक में भाग लिया। इसमें कमल नाथ, दिग्विजय सिंह, हरीश चौधरी, जीतू पटवारी और उमंग सिंघार सहित वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
इसके बाद राहुल गांधी प्रदेश के सांसदों और विधायकों के साथ संवाद करेंगे। फिर केंद्रीय पर्यवेक्षक और प्रदेश कांग्रेस प्रभारी की संयुक्त बैठक होगी, जिसमें संगठन सृजन अभियान की रूपरेखा पर चर्चा होगी।
अंत में, रवींद्र भवन सभागार में ढाई बजे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधियों और जिला एवं ब्लॉक अध्यक्षों का अधिवेशन आयोजित होगा।