Entertainment International Latest News National

कान्स में ‘लीजेंड्स’ का जलवा! 80 की उम्र में शर्मिला टैगोर और 77 में सिमी ग्रेवाल ने रेड कार्पेट पर बिखेरी चमक, बेटी सबा ने दिखाए ‘खास पल’!

कान्स, फ्रांस: कान फिल्म फेस्टिवल के रेड कार्पेट पर इस साल भारतीय सिनेमा की दो दिग्गज हस्तियों, शर्मिला टैगोर और सिमी ग्रेवाल ने अपनी उपस्थिति से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। 80 साल की उम्र में शर्मिला टैगोर और 77 की उम्र में सिमी ग्रेवाल ने जिस गरिमा और आत्मविश्वास के साथ रेड कार्पेट पर वॉक किया, उसने हर किसी को हैरान कर दिया। यह एक ऐतिहासिक क्षण था, जिसने भारतीय सिनेमा के स्वर्णिम युग को फिर से जीवंत कर दिया।

शर्मिला टैगोर की बेटी और ज्वेलरी डिजाइनर सबा पटौदी ने अपनी मां और मशहूर एक्ट्रेस सिमी ग्रेवाल के कान्स लुक की एक्सक्लूसिव झलक अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर शेयर की। इन तस्वीरों को कैप्शन देते हुए सबा ने लिखा, “मॉमेंट्स।”

‘अरण्येर दिन रात्री’ का 4K प्रीमियर और हॉलीवुड कनेक्शन:

शर्मिला टैगोर और सिमी ग्रेवाल ने सत्यजित रे की 1970 की क्लासिक फिल्म ‘अरण्येर दिन रात्री’ (Aranyer Din Ratri) और स्पाइक ली की ‘हाईएस्ट 2 लोवेस्ट’ के दोबारा प्रीमियर के लिए कान फिल्म फेस्टिवल में शिरकत की। सत्यजित रे की इस फिल्म के 4K रेस्टोरड वर्जन को हॉलीवुड के प्रसिद्ध फिल्ममेकर वेस एंडरसन ने पेश किया, जो सत्यजित रे की फिल्मों के बड़े प्रशंसक हैं। एंडरसन ने ‘अरण्येर दिन रात्री’ को “छिपा हुआ रत्न” बताते हुए इसकी जमकर तारीफ की।

सबा पटौदी ने अपनी मां और सिमी ग्रेवाल की तस्वीरें साझा करते हुए फिल्म इंडस्ट्री की इन दिग्गज एक्ट्रेसेस के लिए लिखा, “पार्टी शुरू होने दो….! रेड कार्पेट से कुछ पल पहले का सीन अफरातफरी के बीच शांति थी।” उन्होंने आगे कहा, “बहुत ही शानदार। थोड़ा सा घबरा रही थी, लेकिन ये एक नया मौका है। नई चीजों को ट्राई करने का मौका है। खुद पर विश्वास करें और अवसरों का अधिकतम लाभ उठाएं। वो आज यहां हैं और भविष्य अभी आया नहीं।”

भारतीय सिनेमा की कान में उपस्थिति:

ETimes के साथ बातचीत में, शर्मिला टैगोर ने कान में भारतीय सिनेमा की स्थायी उपस्थिति पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने बताया, “1946 में चेतन आनंद की ‘नीचा नगर’ पहली भारतीय फिल्म थी, जिसने ग्रांड प्रिक्स डू फेस्टिवल इंटरनेशनल डू फिल्म जीता था, जो पाल्मे डी’ओर का पूर्ववर्ती था।” उन्होंने पिछले साल ग्रांड प्रिक्स जीतने वाली पायल कपाड़िया की फिल्म ‘ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट’ की भी सराहना की।

शर्मिला टैगोर ने आगे कहा, “भारतीय प्रतिनिधित्व हमेशा से रहा है। मेरी फिल्म ‘देवी’ 1962 में पाल्मे डी’ओर के लिए नामांकित हुई थी। वहां एक भारतीय पेविलियन भी है। बहुत से लोग वहां भारतीय फिल्मों का प्रदर्शन करते हैं। हमारी फिल्मों को मान्यता मिली है, और कान उन्हें एक व्यापक मंच देता है।”

शर्मिला टैगोर हरी साड़ी में बेहद खूबसूरत लग रही थीं, जबकि सिमी ग्रेवाल ने अपनी सिग्नेचर सफेद पोशाक में रेड कार्पेट पर सबका ध्यान खींचा। इन दोनों दिग्गजों की उपस्थिति ने न केवल भारतीय सिनेमा के गौरवशाली इतिहास को याद दिलाया, बल्कि यह भी साबित किया कि उम्र सिर्फ एक संख्या है जब बात स्टाइल, ग्रेस और क्लास की आती है।

Please follow and like us:
Pin Share

Leave a Reply