भोपाल (मध्य प्रदेश): ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की गूंज जब पूरे भारत में सुनाई दी, तब मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल भला कैसे पीछे रह सकती थी? बुधवार को, भोपाल ने तिरंगा यात्रा के जरिए भारतीय सेनाओं के अदम्य पराक्रम को सलाम किया। इस प्रकार, एक बार फिर यह साबित कर दिया कि देश का दिल, देश के लिए ही धड़कता है। इस ऐतिहासिक पल में आम जनता, खासकर नारी शक्ति ने जो कहा, वह पूरे देश की भावना बन गया – “अभी तो कमर तोड़ी है, अब पीओके (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) भी लेंगे।”
‘ऑपरेशन सिंदूर’: भारतीय सेना का साहस, पाकिस्तान में मची हलचल
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया था। इस मिशन के तहत, भारतीय सेना ने पाकिस्तान के 11 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। यह सैन्य कार्रवाई केवल एक ऑपरेशन नहीं था, बल्कि एक राष्ट्र की चेतना का प्रमाण था। सेना के इस पराक्रम ने पूरे देश को एकजुट किया। यही भावना भोपाल की सड़कों पर उमड़ी तिरंगा यात्रा में साफ नज़र आई, जहां हर तरफ देशभक्ति का ज्वार उमड़ रहा था।
नारी शक्ति की हुंकार – ‘अब बारी है POK की!’
भोपाल की महिलाओं ने इस मौके पर मुखर होकर अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने कहा, “हमारी सेना ने देश की गरिमा को बचाया है, अब हमें पीओके को वापस लाना है। यह सपना अधूरा नहीं रहेगा।” यह बयान सिर्फ भावनात्मक नहीं, बल्कि एक देश की जमीनी इच्छा को दर्शाता है। इससे पता चलता है कि हर नागरिक सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।
“सेना ने किया वो, जो इतिहास में लिखा जाएगा” – भोपालवासियों की प्रतिक्रिया:
तिरंगा यात्रा में शामिल लोगों ने लोकल18 से बातचीत में बताया, “सेना ने अंदर घुसकर दुश्मन को मारा। यह सिर्फ पराक्रम नहीं, बल्कि एक साफ संदेश है – भारत अब किसी भी कीमत पर सहन नहीं करेगा।” शहर के युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक, सभी का एक ही सुर था – “हमें अपनी सेना पर गर्व है।”
यह तिरंगा यात्रा भारतीय सेना के शौर्य और राष्ट्रभक्ति के उस जज्बे का प्रतीक बन गई, जो हर भारतीय के दिल में धड़कता है।