Last Updated: May 26, 2025, 05:26 PM IST
प्रेरणा! नोट थे ‘बड़े करारे’…गिने तो पूरे ’10 लाख’, फिर ऐसा क्या हुआ कि दूल्हे ने ‘लौटा’ दिए सारे पैसे! ‘लड़की वालों की आंखों में आ गए आंसू!’
मध्य प्रदेश के सागर में शादी से ठीक पहले दूल्हे नीलेश लोधी ने एक ऐसा फैसला लिया, जिसने सबके दिल जीत लिए। उन्होंने लग्न समारोह में मिले 10 लाख रुपये लौटा दिए और सिर्फ 101 रुपये लिए। इस घटना से भावुक होकर पंडितजी ने भी अनोखा संकल्प लिया।
हाइलाइट्स
- सागर में सीए दूल्हे नीलेश लोधी ने लौटाए ₹10 लाख नगद और सामान।
- सिर्फ ₹101 लेकर धूमधाम से संपन्न कराया लग्न समारोह।
- दूल्हे को समारोह से 4 घंटे पहले आया यह नेक विचार।
- पंडितजी ने भी दक्षिणा में ₹2100 में से सिर्फ ₹1 लिया।
- पंडितजी ने भविष्य में सभी दहेज मुक्त विवाह निशुल्क कराने का संकल्प लिया।
सागर (मध्य प्रदेश): सागर में एक दूल्हे ने जो किया, उसकी मिसाल अब लोग दूर-दूर तक दे रहे हैं। पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) दूल्हे ने लग्न समारोह में आए 10 लाख रुपए और सामग्री दुल्हन पक्ष को वापस लौटा दिए। सिर्फ 101 रुपये लेकर समारोह को धूमधाम से पूरा किया। लड़के को समारोह से महज 4 घंटे पहले ऐसा करने का विचार आया था। दूल्हे के इस कदम का तुरंत असर भी दिखा। पंडितजी ने भी अपनी दक्षिणा में मिले पैसे वापस कर महज 1 रुपये में लग्न उत्सव किया।
नीलेश लोधी, जो चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं और परसोरिया के रहने वाले हैं, उनके पिता गौरीशंकर लोधी हैं। नीलेश का विवाह सुल्तानगंज निवासी पूजा सिंह से तय हुआ था। शादी से पहले होने वाले लग्न समारोह में कन्या पक्ष के लोग परंपरा अनुसार 10 लाख नगद और काफी सारा सामान लेकर पहुंचे थे। लेकिन, जैसे ही समारोह संपन्न हुआ और लग्न के साथ नकद दूल्हे के हाथ में दिए गए, नीलेश ने वह पैसे और सामान वधू पक्ष को वापस कर दिए।
दहेज मुक्त समाज का दिया संदेश:
नीलेश का कहना है कि बचपन से ही उन्होंने देखा है कि वधू पक्ष का दहेज के कारण आर्थिक शोषण होता है, जिससे उन्हें कर्ज और अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। महिलाओं का सम्मान होना चाहिए और दहेज लेना गलत है। उन्होंने समारोह से चार-पांच घंटे पहले ही यह निर्णय लिया था। उनका कहना है कि समाज को संदेश देना चाहते थे कि अगर आप सक्षम हैं तो दहेज नहीं लेना चाहिए। अगर आप सक्षम नहीं भी हैं तो समाज आपके साथ है। भगवान आपको सक्षम बनाएगा। आप भी यह निर्णय ले सकते हैं।
पंडितजी ने भी लिया अनोखा संकल्प:
वर और कन्या पक्ष की ओर से पं. कंछेदी लाल बड़ोनिया ने मंच से कहा, यह उनके जीवन का पहला अवसर है, जब वर पक्ष ने 10 लाख रुपये लौटा दिए। उन्होंने इसे सनातन धर्म और समाज के लिए प्रेरणादायक क्षण बताया। उन्होंने अपने पूजन संकल्प में मिली 2100 रुपये की दक्षिणा में से केवल 1 रुपये स्वीकार किए। संकल्प लिया कि भविष्य में जो भी दहेज मुक्त विवाह होंगे, वे उन्हें निशुल्क सम्पन्न कराएंगे।