नई दिल्ली: ग्लोबल मार्केट में आई हालिया चुनौतियों के कारण आईटी कंपनियों के मुनाफे में चौथी तिमाही के दौरान कमी देखने को मिली, जिसका असर न केवल कंपनी के स्टॉक प्रदर्शन पर दिखा, बल्कि कर्मचारियों की वेतन बढ़ोतरी पर भी पड़ा। जहां कुछ कंपनियों ने तो वेतन ही नहीं बढ़ाया, वहीं कुछ ने इसमें मामूली इजाफा किया। लेकिन, इसी बीच कंपनियों के टॉप अधिकारियों के वेतन में जबरदस्त बढ़ोतरी की खबरें लगातार आती रही हैं। ताजा खबर देश की चौथी सबसे बड़ी आईटी कंपनी विप्रो की है, जहां कंपनी के कार्यकारी चेयरमैन का सैलरी पैकेज पिछले वित्तवर्ष में दोगुना हो गया है।
चेयरमैन की सैलरी हुई दोगुनी, CEO का पैकेज ‘छप्पर फाड़’:
कंपनी की सालाना रिपोर्ट में बताया गया है कि विप्रो के कार्यकारी चेयरमैन रिशद प्रेमजी का वित्तवर्ष 2024-25 में पारिश्रमिक दोगुना होकर करीब ₹13.7 करोड़ हो गया है। हालांकि, यह कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) श्रीनिवास पलिया की सैलरी का एक चौथाई ही है। CEO पलिया को करीब ₹53.64 करोड़ का सालाना पैकेज मिला है।
पिछले साल कम लिया था वेतन:
गौर करने वाली बात यह है कि वित्तवर्ष 2023-24 में रिशद प्रेमजी ने कोई ‘कमीशन’ नहीं लिया था, क्योंकि उस साल कंपनी का कुल मुनाफा उससे पिछले साल के मुकाबले कम रहा था और ग्रोथ निगेटिव में चली गई थी। तब प्रेमजी ने लगभग 20 फीसदी की वेतन कटौती के साथ करीब ₹6.4 करोड़ का वेतन लिया था। हालांकि, वित्तवर्ष 2024-25 के दौरान बेंगलुरु मुख्यालय वाली कंपनी का शुद्ध लाभ 18.9 फीसदी बढ़कर ₹13,135.4 करोड़ हो गया है।
अमेरिकी बाजार को दी जानकारी:
विप्रो की तरफ से अमेरिकी प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग को सौंपी गई ’20-एफ फाइलिंग’ (वार्षिक रिपोर्ट) के मुताबिक, प्रेमजी का पारिश्रमिक वित्तवर्ष 2024-25 में दोगुना होकर करीब ₹13.7 करोड़ हो गया, जो वित्तवर्ष 2023-24 में करीब ₹6.4 करोड़ रुपये था। इसमें यह भी बताया गया कि 7 अप्रैल, 2024 को CEO एवं प्रबंध निदेशक का पद संभालने वाले श्रीनिवास पलिया को वित्तवर्ष 2024-25 में करीब ₹53.64 करोड़ रुपये का पारिश्रमिक मिला है।
पूर्व CEO का वेतन था ‘बेमिसाल’:
विप्रो के मौजूदा CEO का वेतन भले ही चेयरमैन के मुकाबले दोगुना हो, लेकिन उनसे पहले के CEO का वेतन मौजूदा CEO से 3 गुने से भी ज्यादा होता था। कंपनी के पूर्व CEO थिएरी डेलापोर्टे को वित्तवर्ष 2023-24 में करीब ₹168 करोड़ रुपये का वेतन मिला था। कंपनी के दस्तावेजों के अनुसार, पलिया ने वेतन एवं भत्ते के रूप में पिछले वित्तवर्ष करीब 17 लाख डॉलर, कमीशन/परिवर्तनीय वेतन के रूप में करीब 17 लाख डॉलर, ‘अन्य’ के रूप में वर्गीकृत लगभग 28 लाख डॉलर और दीर्घकालिक मुआवजे के रूप में 68,850 डॉलर कमाए हैं।
कमीशन और शेयर विकल्प:
कंपनी की ओर दी गई जानकारी के मुताबिक, प्रेमजी और पलिया पिछले वित्तवर्ष की तुलना में कंपनी को हुए वृद्धिशील एकीकृत शुद्ध लाभ पर 0.35 फीसदी की दर से ‘कमीशन’ पाने के हकदार हैं। इसके अलावा, पलिया को अलग-अलग ‘लॉक-इन’ अवधि वाले 16,77,202 शेयर विकल्प भी आवंटित किए गए हैं। हालांकि, वित्तवर्ष 2024-25 में प्रेमजी को कोई शेयर विकल्प नहीं दिया गया था।
कर्मचारियों की सैलरी पर ‘चुप्पी’:
विप्रो ने भले ही मार्च में समाप्त हुए अपने वित्तवर्ष में शुद्ध मुनाफे में 18 फीसदी बढ़ोतरी का खुलासा किया हो, लेकिन कर्मचारियों की सैलरी बढ़ाने को लेकर उसने चुप्पी साध रखी है। विप्रो के चीफ एचआर ऑफिसर सौरभ गोविल ने पिछले दिनों कहा था कि सैलरी इंक्रीमेंट पर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है और इस पर आने वाले दिनों में बाजार का माहौल देखने के बाद विचार किया जाएगा। सिर्फ विप्रो ही नहीं, टीसीएस ने भी कुछ ऐसा ही जवाब दिया है।