हाल के बरसों तक इंडियन एनिमेशन फिल्में गर्मी की छुट्टियों में आया करती थीं। बच्चों को पसंद आने वाले कैरेक्टर्स ही फिल्मों में मेन लीड रहा करते थे, वो भी सिर्फ माइथोलॉजी किरदार। साथ ही वैसी फिल्मों का बजट अमूमन चार से पांच करोड़ रहा करता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है। जानकारों के मुताबिक, हालिया रिलीज ‘छोटा भीम- कुंग फू धमाका’ का बजट 15 करोड़ से ज्यादा का है। अगले साल आज के जमाने की फीमेल लीड को केंद्र में रखकर एनिमेशन फिल्म प्लान हो रही है। डिजिटल प्लेटफॉर्म अलग-अलग फिल्ममेकर्स से घंटों एनिमेशन प्रोग्रामिंग करवा कर कंटेंट बनवा रहे हैं। माना जा रहा है कि अगले तीन से चार साल में इस जॉनर की फिल्मों की तस्वीर बदलने वाली है।
मुख्या किरदार
भीम- भीम कुंग फू की मार्शल आर्ट में प्रशिक्षण ले रहे हैं। राजा इंद्रवर्मा चाहते थे कि भीम चीन जाए और दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित मार्शल आर्ट प्रतियोगिता में भाग ले।
चटकी- लंबे समय की दोस्त, छुटकी हमेशा अपनी आस्तीन पर ज्ञान की डली रखती है। वह टीम के दिमाग की उपज है।
राजू- एक बच्चा से थोड़ा बड़ा, राजू भीम की तरह ही उत्साही और निडर है।
जग्गू- ढोलकपुर के भीम के हमवतन, बात कर रहे बंदर को पता है कि लड़ाई में और मज़े के दौरान दोनों को एक पैर कैसे मारना है।
कालिया- भीम के आजीवन मित्र और संकटमोचक, कालिया को भोजन और एक अच्छी लड़ाई पसंद है। वह कुंग फू प्रतियोगिता में भाग लेता है और पिट जाता है।
ढोलू भोलू- जुड़वाँ, ढोलकपुर से गिरोह के युवा जोकर हैं, कालिया के और दोस्त हैं लेकिन समान रूप से भीम के गिरोह का हिस्सा हैं
2000 करोड़ का सालान टर्नओवर है इंडिया में अब तक एिनमेशन जॉनर का। इसमें वीडियो गेम्स, वीएफएक्स वगैरह जोड़ दें तो सालाना 6000 करोड़ का टर्नओवर है।
50 फीसदी ऑडियंस में भी 52 फीसदी फीमेल हैं और 48 फीसदी मेल ऑडियंस है।
कंटेंट कंज्म्पशन बढ़ा
छोटा भीम- कुंग फू धमाका के मेकर राजीव चिलाका के मुताबिक, इंडस्ट्री 20 फीसदी की दर से आगे बढ़ रही है। खासकर ओटीटी प्लेटफॉर्म से इंडियन एनिमेटेड फिल्मों की तकदीर बदल रही है। कंटेंट कंज्म्पशन काफी बढ़ा है। सब के सब एडवांस्ड कंटेंट बनवा रहे हैं। पुरानी फिल्में खरीद रहे हैं।