भोपाल । महापौर आलोक शर्मा ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मंगलवार दोपहर वे निर्माणाधीन आर्च ब्रिज साइट किलोल पार्क में धरने पर बैठ गए। उन्होेंने आरोप लगाया कि ब्रिज जनता के लिए सौगात है, लेकिन सरकारी ग्रांट रुकने से इसका काम थम गया है। धरने में एमआईसी मेंबर्स और कार्यकर्ता भी शामिल हुए। महापौर ने कहा कि ये सांकेतिक धरना है।
सरकार नहीं संभली तो सड़कों पर उतरना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई विकास और आम शहरी को न्याय दिलाने की है।
महापौर का पुतला फूंका:
इधर, वार्ड-24 की कांग्रेस पार्षद शबिस्ता जकी ने धरना स्थल से 100 मीटर दूर महापौर का पुतला फूंका। जकी का कहना था कि कांग्रेस विकास कार्य के खिलाफ नहीं है। लेकिन विकास लोगों के घर उजाड़ने की कीमत पर नहीं होने देंगे। ब्रिज की डीपीआर में किलोल पार्क साइट की आर्म से गुजर रही थी। महापौर ने बदलाव कर उसे लोगों के घरों से गुजारने की तैयारी की।
लोग बोले, आखिर कितने बार करोगे विस्थापित
आर्च ब्रिज की राह में चार घर आ रहे हैं। इनमें रहने वालों का कहना है कि 30 साल पहले वीआईपी रोड बनाने के दौरान उन्हें वहां से किलोल पार्क के पीछे विस्थापित किया गया था। उनका कहना है उनके पास हाईकोर्ट की डिक्री है, जिसमें कहा गया है कि उन्हें शिफ्ट नहीं किया जा सकता। निगम डिक्री मानने को तैयार नहीं है।