चुनाव आयोग की तरफ से पिछले महीने संभल में दिए कथित भड़काऊ भाषण को लेकर नोटिस का सामना कर रहे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ किया है कि मंच पर जाकर भजन नहीं गाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि उनका भाषण चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन नहीं हो सकता है क्योंकि कुछ लोगों से बातचीत को याद किया था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा- ‘क्या हम मंच पर भजन गाने के लिए जाते हैं। हम वहां पर विरोधियों को मात देने के लिए जाते हैं।’
‘बाबर की औलाद’ पर योगी को चुनाव आयोग का नोटिस
उत्तर प्रदेश के संभल में 19 अप्रैल को आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए योगी ने कहा, क्या आप देश की सत्ता आतंकवादियों को सौंप देंगे जो खुद को बाबर की औलाद कहते हैं। उनको जो बजरंगबली का विरोध करते हैं।
आयोग ने उन्हें इस नोटिस का जवाब देने के लिए 24 घंटे का समय देते हुए आदर्श आचार संहिता के एक प्रावधान का उल्लेख किया गया है। जिसमें कहा गया है कि समुदायों के मध्य परस्पर घृणा उत्पन्न करने या मतभेदों को बढ़ाने वाली कोई गतिविधि नहीं की जाएगी।
पार्टी के कट्टर हिन्दुत्वचेहरे के तौर पर देखे जाते हैं योगी
46 वर्षीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पार्टी के कट्टर हिन्दुत्व चेहरे के तौर पर देखा जाता है। चुनाव आयोग ने इससे पहले उनके एक भाषण को विभाजनकारी मानते हुए योगी के प्रचार पर तीन दिन को रोक लगा दी थी। योगी ने कहा था- ‘अगर कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बीएसपी को अली में विश्वास है तो हमें बजरंगबली में आस्था है।’
गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उनकी कथित ‘बाबर की औलाद’ टिप्पणी को लेकर कारण बताओ नोटिस जारी किया।