जबलपुर. मध्य प्रदेश के जबलपुर में गोरखपुर थाना प्रभारी उमेश तिवारी को भाजपा के एक नेता से पंगा लेना महंगा पड़ गया है. इस मामले में जबलपुर से लोकसभा प्रत्याशी व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने थाना में धरना दे दिया था, इस घटना के बाद बीती देर रात पुलिस अधीक्षक निमिष अग्रवाल ने टीआई को लाइन अटैच कर दिया.
उल्लेखनीय है कि गत २७ अप्रैल की शाम को निर्वाचन आयोग के निर्देश पर थाना प्रभारी उमेश तिवारी गाडिय़ों का जब अधिग्रहण कर रहे थे, तभी वहां से गुजर रही एक कार को पुलिस ने रोक कर अधिग्रहित कर लिया.
गाड़ी को रोकने की खबर जैसे ही भाजपा नेता और अधिवक्ता को लगी तो वो थाने पहुँच गए जहाँ टीआई उमेश तिवारी की भाजपा नेता वीरेंद्र पटेल से बहस हो गई. इधर जैसे ही इसकी जानकारी भाजपा नेताओं को लगी तो प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह सहित सैकड़ों नेता थाने में धरना दे दिया.
इस पूरे घटनाक्रम में मंगलवार की देर रात एसपी निमिष अग्रवाल ने थाना प्रभारी को दोषी मानते हुए उन्हें लाइन अटैच कर दिया है. माना जा रहा है कि एसपी ने भाजपा नेताओं के दबाव में आकर ये कार्यवाही की है. फिलहाल आधी रात को अचानक लाइन अटैच हुए गोरखपुर थाना प्रभारी को लेकर पुलिस अधिकारी का ये कहना है कि उन्होंने भाजपा नेता और अधिवक्ता के साथ बदसलूकी की थी जिसके सीसीटीवी फुटेज सामने आए थे.