Bhopal News: भोपाल में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ता जा रहा है. शहर में एक महीने में 2500 डॉग बाइट्स केस दर्ज हुए हैं. अब नगर निगम नसबंदी पर जोर दे रहा है.

हाइलाइट्स
- भोपाल में बढ़ा आवारा कुत्तों का आतंक
- हर रोज आ रहे 50 केस
- नसबंदी पर नगर निगम दे रहा जोर
भोपाल. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की पुलिस जहां सड़कों पर उत्पात मचा रहे चोर, उचक्के, चैन स्नैचर्स से परेशान है, तो वहीं नगर निगम आवारा कुत्तों के आतंक से परेशान है. उनका आतंक गर्मी आते ही एक बार फिर बढ़ गया है. एक महीने के आंकड़े उठाये तो लगभग 2500 डॉग बाइट्स के केस सामने आ चुके हैं. यह आंकड़ा मार्च और अप्रैल महीने का है.
तेजी से बढ़ रहे डॉग बाइट्स के मामलों के कारण जेपी अस्पताल प्रशासन ने इलाज के लिए स्पेशल क्लिनिक शुरू कर दिया है. आवारा कुत्तों के लिए बच्चे और बुजुर्ग सबसे आसान शिकार होते हैं. लिहाजा सबसे बड़ी संख्या में यही मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं. अप्रैल के महीने में डॉग बाइट की सबसे ज्यादा घटनाएं 15 से 19 तारीख के बीच हुई. इस दौरान 730 के केस दर्ज किए गए.
निगम अलर्ट, तेज धरपकड़
एक्सपर्ट्स का मानना है कि गर्मी बढ़ने के कारण कुत्ते और भी ज्यादा आक्रामक हो जाते हैं. लिहाजा नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने बताया कि हमारा अमला अलर्ट मोड पर है. आवारा और आक्रमक कुत्तों को शहर की सीमा से बाहर पहुंचाने के साथ ही एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर (एबीसी) में नसबंदी की संख्या बढ़ाने पर भी जोर दे रहे हैं. नागरिकों की सुरक्षा हमारा कर्तव्य है, जहां से भी शिकायत आएंगी तुरंत कार्रवाई होगी.
जानलेवा हैं आक्रमक कुत्तों के झुंड
भोपाल के लगभग हर इलाके में आवारा कुत्तों के समूह हैं. लोगों में हमेशा इनका खौफ बना रहता है. भोपाल में एक नहीं अनेकों बार कुत्तों ने बुरी तरह मासूमों को घायल किया है. कई दुर्भाग्यपूर्ण मामलों में तो बच्चों की मौत तक हो गई. इन परिस्थितियों में गर्मी के मौसम में बढ़ रही घटनाएं नगर निगम और प्रशासन के लिए एक वार्निंग अलार्म की तरह हैं. इन आवारा कुत्तों से वाहन चालक भी खासे परेशान हैं. अक्सर चलती गाड़ियों के पीछे यह कुत्ते दौड़ते हैं, जिसके चलते एक्सीडेंट की संभावना बनी रहती है.