भोपाल। भोपाल नगर निगम अंतर्गत स्कूलों में मध्यान्ह हाईजैनिक भोजन उपलब्ध करवाने के लिए सक्षम और बेहतर संस्था की तलाश की जा रही है। इसके तहत जिले की तकरीबन साढ़े सात सौ से ज्यादा शालाओं के बच्चों को भोजन का वितरण किया जाना है। जिला कलेक्टर ने इस संबंध में निविदाएं मांगी हैं। जिसमें ऐसी संस्था की तलाश की जा रही है, जो हजारों स्कूली बच्चों को हर रोज भोजन उपलब्ध करवाने में पूरी तरह से सक्षम हो।
नगर निगम की सीमांतर्गत संचालित लगभग 540 प्राथमिक शालाओं में दर्ज लगभग 47307 स्टूडेंट्स एवं 321 शासकीय माध्यमिक स्कूलों में प्रवेशित तकरीबन 25319 विद्यार्थी। यानि कुल मिलाकर 72626 स्टूडेंट्स की रूचि आमंत्रित कर चयन किया जाना है। मालूम हो कि मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम का क्रियान्वयन भारत सरकार द्वारा निर्धारित दरों पर किया जाता है। इसलिए जो कलेक्ट्रेट भोपाल द्वारा जो आवेदन बुलाए जा रहे हैं। वो राशि के हिसाब से नहीं अपितु क्षमता के निर्धारण के आधार पर आमंत्रित किए जाने हैं। इसके लिए आधुनिक मशीनों से सुसज्जित केन्द्रीयकृत किचिन केन्द्र की आवश्यकता है। इस किचिन के संचालन के लिए अनुभवशील निर्धारित योग्यताधरी पंजीकृत संस्थाओं , समूहों या समितियों से सीलबन्द आवेदन बुलाए गए हैं। इसके लिए जिला पंचायत कार्यालय के मध्यान्ह भोजन प्रकोष्ठ में निर्धारित शुल्क दो हजार रुपये जमा कर आवेदन प्राप्त किया जा सकता है।
संस्था के पास इन मशीनों का होना जरूरी
जो भी संस्था मध्यान्ह भोजन के लिए आवेदन करना चाहती है, उस संस्था के पास वायलर मशीन होनी चाहिए। तेजी से रोटी बनाने की मशीन का होना भी जरूरी है। इसके लिए आटा चक्की और अनाज साफ करने की मशीन भी संस्था के पास आवश्यक रूप से होनी चाहिए।
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