पति के खिलाफ मामला दर्ज कर किया गिरफ्तार
देवास। मां के साथ अपने मायके जाने के लिए पति ने अपनी पत्नी को मना किया। इससे वह इस कदर दुखी हो गर्ई की उसे अपने तीन मासूम बच्चों के बारे में भी नहीं सोचा और फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला खत्म कर ली। पुलिस ने इस मामले में मर्ग कायम किया था। जिसके बाद जांच में पुलिस को पता चला कि प्रताडऩा से तंग आकर विवाहिता ने आत्महत्या की है। बरोठा पुलिस ने विवाहिता के पति के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया। पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया।
यह है पूरा मामला
बरोठा थानातंर्गत ग्राम सन्नौड़ में रहने वाली विवाहिता ममताबाई उर्फ सोद्रा पति राजेश परमार 27 वर्ष निवासी वेयर हाउस के पास सन्नौड ने 3 मई को सुबह अपने ही घर में फांसी लगाकार जीवनलीला खत्म कर ली थी। बरोठा पुलिस ने इस मामले में मर्ग कायम किया था। मर्ग की जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि पति राजेश उर्फ राजा परमार पिता कैलाश उर्फ रूमालसिंह परमार की प्रताडऩा से तंग आकर उसने आत्महत्या की है। पुलिस ने मार्ग जांच के आधार पर पति राजेश उर्फ राजा परमार के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने के मामला दर्ज किया।
मां के साथ जाने से किया मना तो लगा ली फांसी
ममताबाई की मां उसे अपने साथ घर लेकर जाने के लिए 2 मई को आई थी। लेकिन ममताबाई को उसके पति राजेश परमार ने जाने से मना कर दिया था। इस बात को लेकर दोनों पति और पत्नी में विवाद भी हो गया। शाम को ममताबाई की मां वापस अपने घर चली गई। जिसके बाद बेटे के बीमार होने के बाद भी उस दिन में अस्पताल नहीं लेकर जाने की बात को लेकर फिर विवाद हो गया। हालांकि विवाद के बाद शाम को 10 महीने के बेटे कृष्णा को पति राजेश परमार अस्पताल लेकर गया था। बताया जा रहा है कि विवाद को लेकर ही पत्नी ममताबाई ने फांसी लगाकर अपनी जान दी है। ममताबाई की 11 साल पहले राजेश परमार से विवाह हुआ था। ममताबाई के तीन बच्चे है गायत्री 8 वर्ष, पायल 5 वर्ष और 10 महीने का बेटा कृष्णा है। पति राजेश परमार मिस्त्री का काम करता है। बताया जा रहा है कि आए दिन दोनों पति और पत्नी में विवाद होता था।