ग्राम के सी सी रोड व नालियो के काम भी अधर मे …….जनपद पचायत के अधिकारी मेहरबान ,…… मामला हरसुद जनपद के ग्राम पचायत दिनकरपुरा का
खंडवा!! हरसूद जनपद के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत दिनकरपुरा जिसकी आबादी दो हजार के लगभग जिसमे दैवला भी शामिल हैं ,जो आवासीय परिसर कालोनी के पास है ! यहा जनपद के अधिकारीयो की मेहरबानी के चलते तीन बार निलबिंत हो चुके सचिव विनोद विके को दिनकरपुरा भैजा गया ! यहा पर सचिव के कार्य प्रणाली मे कोई सुधार नही आया !ओर पंचायत के विकास मे आने वाली राशि का जमकर दुरुपयोग किया गया ! जिसकी गाव वालो ने जांच की मांग की है! यहा पर किए गए कार्य भी आज तक अधूरे है , लेकिन जनपद हरसुद के जिम्मेदार अधीकारियो की मेहरबानी के चलते उनके बिलो का भुगतान होना, मिली भगत की ओर इशारा कर रही है , मिली जानकारी से ग्राम में पंचायत के बिलो मे गिट्टी खरीदी मे लगाए गए बगैर कि एस टी पेन कार्ड के लगाए तीन किलोमीटर पर गिट्टी खदान वहा का बिल ना लगाकर अपने पहचान के साथी का लगाया बिल पंचायत के दृारा डाले निकाले गए ! माना जाए बिलो की जांच करने पर लांखो रुपये की हेराफेरी सामने आएगी! पंचायत ने मोटर पंप के पास से लेकर पंचायत तक सफाई कराई मजदूर को मजदूरी ना देकर मोटर पंप के नाम पर मनमाने बिल लगाकर राशि निकाली पंचायत में लाईट फिंटीग के नाम पर हजारो का बिल लगाया ! वास्तु स्थिति मे नही हुआ काम लांखो रुपये की ग्राम पंचायत मे रोड बनाये गये जिसमे बहुत कम जगह पर नाली का निर्माण किया गया उसकी राशि भी निकाली गई ! गाव वालो के नाम पर कार्य बताकर किया ही नहीं पर लांखो रुपये के बिल लगाकर राशि निकाली गई ! विधानसभा चुनाव के समय मतदान कैंद पुताई के नाम पर हजारो की राशि निकालकर कर पद का दुरूपयोग किया ! शासकीय राशि में हेराफेरी करना जिम्मेदारों की जवाबदारी बनती है ,जो कि पुरे मामले मे जाच कर तय की जाना चाहिए ! वही बताते है कि पंचायत के जिम्मेदार की लापरवाही होने से भी पंचायत भवन मे लगा रहता है , रहवासी का कहना है ,कि छोटे छोटे कामो के लिए परेशान होते हैं ,सचिव के दर्शन दुर्लभ हो जाते हैं ,दूर रहने से गांव में कम ही आता है !
मिली जानकारी से ………..
इन कार्यो की राशि निकाली आज तक नहीं हुआ पूरा काम
सरकार ओर जनता के रुपयो का दुरूपयोग कर जनपद हरसूद के जिम्मेदारो की लापरवाही ,मिलीभगत , साठगाठ ,के कारण यहा पर आने वाले यह कार्य जो कागजो पर ही पूरे हो गए ,जबकी वास्तविकता में आज भी अधूरे शासकीय राशि मे हेराफेरी सभी जवाबदारो की जिम्मेदारी बनती है जो जाच कर तय की जाना चाहिए !
1. मुक्ति धाम लागत 4 लांख 80 हजार के लगभग दो सरपंच बदलने लागत निकलने के बाद भी अघूरा
2. तालाब निर्माण लागत 2 लांख 60 हजार के लगभग ग्रामीणों ने बताया मजदूरों की जगह मशीन चलाई राशि निकाली आज तक अघूरा टैवटर ट्राली मालिक के द्वारा भुगतान नहीं मिलने पर सी एम हेल्पलाइन भी लगाई जा चुकी है !
3. खेल ग्राउंड मैदान लागत 2 लांख 80 हजार के लगभग जो नदी शमशान के पास मशीन चलाकर बनाया गया आज तक मुरुम के ठेर लगे हैं नही बन सका पूरा बच्चे आज भी जरा भी जगह पर खेलते है!
4. पंचायत के योजना के अनुसार 8 0 हजार के लगभग का शोचालय बनना है जिम्मेदारो के द्वारा 2 महिने पहले 20 हजार की राशि निकाली गई आज तक गडडे तक नही खुदे खुला दुरुपयोग !
5. पंचायत भवन के सामने तीन लाख की लागत का ओटला बनाया राशि निकाली आज तक अघूरा वही सी सी रोड निर्माण में कर नाली नही बनाई गई राशि निकाली काम अधुरा है !